Unknown facts about bhagwan shree ram in hindi | 15 भगवान श्री राम से जुड़े ऐसे रोचक तथ्य जो शायद ही कोई जानता होगा

unknown facts about bhagwan shree ram in hindi: आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से भगवान श्री राम और रामायण से जुड़े कुछ ऐसे तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें बहुत कम लोग ही जानते होंगे या फिर आप में से किसी ने इसे पढ़ा या सुना भी नहीं होगा इसलिए हमने इस आर्टिकल में इन तथ्यों को आप तक पहुंचाने का प्रयास किया है इस आर्टिकल के माध्यम से हमारा उद्देश्य से आप तक उन जानकारी को पहुंचना है जो भगवान श्री राम और रामायण से संबंधित है और अनसुने भी हैं इसलिए ध्यान पूर्वक इसे पूरा पढ़ें |

interesting and unknown facts about bhagwan shree ram in hindi

1) आप सभी यह तो जानते हैं कि भगवान श्री राम को भगवान विष्णु का और लक्ष्मण जी को शेषनाग अवतार माना जाता है परंतु भरत और शत्रुघ्न किसके अवतार माने गए हैं आपको बता दे कि भरत को सुदर्शन चक्र और शत्रुघ्न को शंख-शैल का अवतार माना गया है जिन्हें स्वयं भगवान विष्णु हाथों में धारण करते हैं |

2) आपको जानकर हैरानी होगी कि गायत्री-मंत्र की रचना भी रामायण में लिखित श्लोक से ही हुई है रामायण में आने वाले कुल 24000 श्लोक हैं और प्रत्येक 1000 श्लोक में आने वाले पहले अक्षर से ही गायत्री मंत्र की रचना की गई है |

3) क्या आपको पता है कि जटायु के पिता का नाम अरुण था जो कि सूर्य-देव के सारथी थे |

राम की बहन कितनी थी | राम की बहन की शादी किससे हुई थी

4) यह तो सभी जानते हैं कि राजा दशरथ के चार पुत्र थे जिनमें भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न थे परंतु क्या आपको पता है राजा दशरथ और कौशल्या की पुत्री भी थी जो भगवान राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न से बड़ी थी इनका नाम शांता था परंतु राजा दशरथ ने अंगदेश के राजा रोमपद और रानी वर्षिनी को संतान के रूप में दे दिया था और शांता का विवाह ऋषि श्रृंगी से हुआ था |

 interesting and unknown facts about bhagwan shree ram in hindi

5) 99% लोग नहीं जानते होंगे कि जब माता सीता के विवाह के प्रयोजन से जो स्वयंवर रखा गया था उसमें भगवान राम सहित और भी अन्य राजा वहां पर उपस्थित हुए थे परंतु क्या आपको पता है कि उस स्वयंवर में लंकापति रावण भी शामिल हुआ था परंतु लंकापति रावण भी अन्य राजाओं की तरह असफल रहे थे |

6) यह तो सभी जानते हैं कि भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी 14 वर्षों तक वनवास में रहे थे लेकिन क्या आपको पता है वह वनवास के समय जिस वन में रुके थे उस वन का नाम क्या था अगर नहीं तो आपको बता दे उस वन का नाम दंडकारण्य था |

7) आखिर क्यों कुंभकरण ने 6 महीने तक सोने का वरदान मांगा था तो आपको बता दे एक बार जब कुंभकरण ने घोर तप किया तब ब्रह्मा जी ने प्रसन्न होकर कुंभकरण को दर्शन दिया और वरदान मांगने को कहा परंतु कुंभकरण कोई असाधारण वर ना मांग ले इस वजह से देवी सरस्वती कुंभकरण के जीभा पर विराजमान हो गई और जिसकी वजह से कुंभकरण ने भूल वश निद्रा का वरदान मांग लिया था |

8) आपमें से अधिकतर लोग यह तो जानते ही होंगे कि लक्ष्मण जी 14 वर्षों के वनवास में एक दिन भी नहीं सोए लेकिन क्या आपको पता है इसलिए उन्हें गुदाकेश के नाम से भी जाना जाता है परंतु आपको जानकर हैरानी तब होगी कि जब लक्ष्मण जी के बदले उनकी धर्म-पत्नी उर्मिला 14 वर्षों तक निद्रा में रही थी |

interesting facts about bhagwan shree ram in hindi

9) आखिर क्यों रावण ने माता कौशल्या का भी अपहरण किया था रावण ने माता कौशल्या अपहरण इसलिए किया था उसने सोचा कि राजा दशरथ और माता कौशल्या का विवाह ही नहीं होगा तो राम का जन्म भी नहीं हो पाएगा और इससे उसके मृत्यु भी टल जाएगी इसलिए रावण ने माता कौशल्या का भी अपहरण किया था |

10) यह तो सभी जानते हैं कि भगवान श्री राम ने स्वयंवर में धनुष पर प्रतींचा चढ़ाई थी इसके पश्चात उनका विवाह माता सीता से हुआ था परंतु क्या आपको पता है उस धनुष का नाम क्या था अगर नहीं तो आपको बता दे उस धनुष का नाम पिनाक था |

Read More: भगवान श्री कृष्ण से जुड़े कुछ अनसुने अद्भुत तथ्य

 interesting and unknown facts about bhagwan shree ram in hindi

11) क्या आपको पता है कि रावण और कुंभकरण पिछले जन्म में हिरण्यकश्यप और हिरण्याक्ष थे जिन्हें श्राप मिला था वास्तव में यह दोनों जय-विजय थे जो भगवान विष्णु के द्वारपाल थे |

12) आखिर क्यों भगवान श्री राम ने अपने प्रिय भाई लक्ष्मण को मृत्युदंड दिया था आपको बता दे कि जब भगवान राम वनवास के पूर्ण होने के पश्चात अयोध्या आए तो एक दिन यमदेव भगवान श्री राम से मिलने आए और उन्होंने भगवान राम को एक वचन देने को कहा कि जब तक हमारे बीच वार्तालाप हो तब तक किसी का भी हस्तक्षेप होने पर आप उन्हें मृत्युदंड देंगे इसके बाद भगवान राम ने लक्ष्मण को आदेश देते हुए कहा कि किसी को भी इस कक्ष में आने की अनुमति नहीं है और उन्हें द्वार पर जाकर रहने को कहा कुछ क्षण पश्चात ऋषि दुर्वासा वहां पर आए और राम से मिलने का आग्रह करने लगे परंतु लक्ष्मण जी ने उन्हें अंदर जाने से इनकार किया तो ऋषि दुर्वासा ने क्रोधित होकर सभी को श्राप देने का निर्णय किया परंतु लक्ष्मण जी ने उन्हें ऐसा करने से रोका और कहा कि मैं स्वयं अपने बड़े भ्राता श्री राम तक आपके आने का संदेश पहुंचा देता हूं जब लक्ष्मण जी ने उस कक्ष में प्रवेश किया था भगवान राम को वचन बद्ध होकर लक्ष्मण जी को मृत्युदंड का श्राप देना पड़ा था |

unknown facts about bhagwan shree ram in hindi

13) सच में यह शायद ही कोई जानता होगा कि स्वयं रीछ राज जामवंत जी ने भगवान श्री राम को युद्ध के लिए ललकारा था परंतु भगवान राम ने इस युद्ध को करने से मना करते हुए कहा कि जब मैं द्वापर युग में श्री कृष्ण के रूप में अवतरित होगा तब मैं आपसे युद्ध अवश्य करूंगा और द्वापर युग में भगवान श्री राम ने श्री कृष्ण के रूप में रीछ राज जामवंत जी से युद्ध किया था |

14) आपको कब पता चला कि शत्रुघ्न के दो पुत्र थे जिनका नाम सुबाहु और शत्रुघाती था |

15) आखिर क्यों हनुमान जी को पंचमुखी रूप धारण करना पड़ा था यह घटना तब की है जब भगवान राम और लक्ष्मण जी को रावण के सौतेले भाई अहिरावण ने अपहरण कर पाताल लोक में ले आया था तब हनुमान जी उसका पीछा करते हुए पता लोग जाते हैं और वहां पर सबसे पहले हनुमान जी का सामना अहिरावण के द्वारपाल मकरध्वज से होता है जो हनुमान जी का ही पुत्र होता है परंतु दोनों इस बात से अनभिज्ञ होते हैं जब हनुमान जी मकरध्वज को हराकर आगे बढ़ते हैं तब उन्हें अहिरावण के बारे में गुप्त रहस्य यह पता चलता है कि अहिरावण के प्राण वहां पर उपस्थित पांचो दिशाओं में रखे दीप में बसती है तब वहां पर हनुमान जी ने अपना पंचमुखी रूप धारण किया और उन पांचो दिशाओं में रखे हुए दीप को अपने पंचमुख से बुझा कर अहिरावण का वध किया |

इस आर्टिकल में दिए गए भगवान श्री राम और रामायण से जुड़े तथ्यों को जानकर आपको कैसा लगा कमेंट में जरूर बताएं और इसे अपने दोस्तों के साथ भी अवश्य शेयर करें जिससे उन तक भी भगवान श्री राम और रामायण से जुड़े यह अनसुनी तथ्यों के बारे में उन्हें पता चल सके |

Leave a Comment